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प्रधानाध्यापिका की जगह पति मिले ड्यूटी पर, निलंबित

Written by Gaurav Singh

प्रधानाध्यापिका की जगह पति मिले ड्यूटी पर, निलंबित

 

नरौली (संभल)। कस्बा के प्राथमिक विद्यालय प्रथम में शनिवार को बीएसए अलका शर्मा ने निरीक्षण किया तो प्रधानाध्यापिका काैसर जहां गैरहाजिर थीं और उनकी जगह उनके पति राशिद खां ड्यूटी करते मिले। साथ ही कई अन्य गड़बड़ी पकड़ी गईं। बीएसए ने प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर जांच के निर्देश दिए हैं। अन्य स्टाफ की फटकार लगाई है।

 

बीएसए ने बताया कि वह शनिवार की दोपहर करीब 12.30 बजे बनियाखेड़ा बीईओ विनोद कुमार के साथ प्राथमिक विद्यालय प्रथम में पहुंची थीं। इस दौरान प्रधानाध्यापिका उपस्थित नहीं मिलीं। उनके पति विद्यालय में मिले थे। उनसे जानकारी की तो उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी की तबियत खराब है और वह मेडिकल लगाकर अवकाश पर हैं। इसकी जानकारी की तो मालूम हुआ कि वह मेडिकल नहीं लगाया है और अवकाश भी स्वीकृत नहीं है। बिना सूचना दिए विद्यालय से गायब हैं।

 

विद्यालय के ब्लैकबोर्ड पर छात्र-छात्राओं की कुल संख्या 250 अंकित थी जबकि पंजीकरण 270 है। उपस्थिति 145 दर्ज की गई थी लेकिन मौके पर 70 ही बच्चे उपस्थित मिले। बताया कि मौजूद शिक्षकों से उपस्थिति कम होने की जानकारी की तो बताया गया कि इस समय नवरात्र चल रहे हैं और धान की भी कटाई हो रही है। इसलिए बच्चों की संख्या कम है। जवाब संतोषजनक नहीं था। सभी शिक्षकाें को सुधार की चेतावनी दी है।

मिड डे मिल में घपेलबाजी का अंदेशा, फर्जी उपस्थिति पर सवाल

 

बीएसए को निरीक्षण के दौरान मात्र 70 बच्चे ही उपस्थित मिले जबकि उपस्थिति 145 दर्ज की गई थी। सवाल उठता है कि 75 बच्चे ज्यादा क्यों दर्ज किए गए। इससे एक बात तो स्पष्ट है कि कहीं न कहीं घपला किया गया है। हालांकि अभी इस पर अधिकारियों ने स्पष्ट नहीं किया है। अंदेशा यही है कि कहीं मिड डे मिल में तो सांठ-गांठ नहीं चल रही है। क्योंकि कार्यदायीं संस्था को प्रति बच्चे के हिसाब से भुगतान किया जाता है। मुमकिन है कि ज्यादा बच्चे दर्शाकर लाभ लिया जा रहा हो।

 

घर के बर्तन में खाना खाते मिले बच्चे, विद्यालय के बर्तनों से स्टीकर तक नहीं छूटा

 

बीएसए ने बच्चों को खाना खाते हुए घर के बर्तनों में देखा। जब पूछा गया कि विद्यालय को दिए गए बर्तन कहां हैं तो जानकारी मिली कि उन बर्तन से तो स्टीकर भी नहीं हटा है। अब सवाल उठता है कि जो बर्तन बच्चों के लिए खरीदे गए थे उन्हें क्यों नहीं निकाला गया। एक सवाल यह भी है कि जितने बर्तन खरीदे गए थे क्या उनकी संख्या पूरी है। हालांकि इस लापरवाही पर शिक्षकों को बीएसए ने फटकार जरूर लगाई है।

 

विद्यालय से प्रधानाध्यापिका गैरहाजिर मिली हैं। उनके पति विद्यालय में मौजूद मिले। प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया गया है। विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति भी गड़बड़ मिली है। शिक्षकों को सुधार करने की हिदायत दी है।

अलका शर्मा, बीएसए, संभल।

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