कैंडिडेट से परीक्षा दिलवा बना वरिष्ठ अध्यापक:15 लाख रुपए में किया था सौदा, दो सब्जेक्ट के सॉल्व करवाए पेपर
स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने डमी कैंडिडेट से परीक्षा दिलवाकर बने वरिष्ठ अध्यापक को अरेस्ट किया है। वरिष्ठ अध्यापक बनाने के लिए दो सब्जेक्ट के पेपर 15 लाख रुपए में देकर दो कैंडिडेट से सॉल्व करवाए थे। SOG ने कोर्ट में पेश कर 11 सितम्बर तक रिमांड पर लिया है।
एडीजी (एसओजी) वी.के.सिंह ने बताया- डमी कैंडिडेट बैठाकर वरिष्ठ अध्यापक बने परीक्षार्थी सुरत मीणा (40) पुत्र रामलाल मीणा निवासी बाटोदा सवाई माधोपुर को अरेस्ट किया गया है। राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर की ओर से द्वितीय श्रेणी (माध्यमिक शिक्षा) प्रतियोगी परीक्षा-2022 में वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा आयोजित की गई थी।
24 दिसम्बर-2022 को द्वितीय पारी में आयोजित विज्ञान विषय की परीक्षा और 29 जनवरी-2023 को अयोजित सामान्य ज्ञान और शैक्षिक मनोविज्ञान विषय की परीक्षा के लिए आरोपी सुरत मीणा ने डमी कैंडिडेट बैठाए थे। संगठित गिरोह के सक्रिय सदस्य के जरिए 15 लाख रुपए में पेपर सॉल्व करवाकर पास करवाने का सौदा तय किया था। दो डमी कैंडिडेट ने सामान्य ज्ञान व विज्ञान विषय की परीक्षा दी थी।
दोनों विषयों की परीक्षा दिलवाकर आरोपी सुरत मीणा उत्तीर्ण हो गया। धोखाधड़ी पूर्वक वरिष्ठ अध्यापक (विज्ञान विषय) के पद पर चयनित हुआ था। 27 दिसम्बर-2023 में एसओजी जयपुर में दर्ज मामले में एसओजी ने जांच के बाद आरोपी सुरत मीणा को अरेस्ट किया। जिसे कोर्ट में पेश कर 11 सितम्बर-2024 तक एसओजी रिमांड पर लिया है। परीक्षा केन्द्र कोटा में आरोपी की जगह दोनों विषयों की परीक्षा देने वाले दो डमी परीक्षार्थी और 15 लाख रुपए लेकर डमी परीक्षार्थियों की व्यवस्था करने वाले आरोपी व अन्य शामिल सदस्यों की एसओजी तलाश कररही है।