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सरकारी स्कूल में मनाही के बाद भी हो रहा भोज, वीडियो वायरल होने के बाद अब किस पर होगी कार्रवाई?

Written by Gaurav Singh

सरकारी स्कूल में मनाही के बाद भी हो रहा भोज, वीडियो वायरल होने के बाद अब किस पर होगी कार्रवाई?

 

कौशांबी के सिराथू में टेंगाई स्कूल में विभागीय आदेश के बावजूद हेडमास्टर ने निजी भोज कार्यक्रम आयोजित किया। रविवार की रात कार्यक्रम हुआ जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसके बाद ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने शिकायत की खंड शिक्षा अधिकारी ने जांच और कार्रवाई की बात कही है। हेडमास्टर ने कहा ग्रामीणों ने ताला तोड़कर कार्यक्रम आयोजित किया।

 

कौशांबी। सिराथू बीआरसी के संविलियन विद्यालय टेंगाई में रोक के बाद भी हेडमास्टर की मनमानी से भोज कार्यक्रम हो रहा है। रविवार की रात में कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं, प्रधान प्रतिनिधि कुबेर सिंह ने प्रधानाध्यापक द्वारा कार्यक्रम कराने को लेकर विभागीय अधिकारियों से शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है।

वायरल हो रहे वीडियो को लेकर खंड विकास अधिकारी ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही

यह है पूरा मामला

प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शादी ब्याह सहित अन्य निजी भोज कार्यक्रम करने को लेकर रोक लगा रखी है। ऐसे में गंदगी फैलने से शिक्षण कार्य प्रभावित होता है, लेकिन विभागीय आदेश के बाद भी संविलियन विद्यालय टेंगाई प्रधानाध्यापक विभागीय अनुमति लिए बिना ही विद्यालय परिसर को लोगों को निजी कार्यक्रम के लिए दे रहे हैं। रविवार की रात स्कूल में भोजन लोगों को इकट्ठा कर भोज का आयोजन किया गया जिसके बाद गंदगी फैलाकर गांव के लोग चले गए। सोमवार सुबह जब स्कूल खुला तो बच्चों को गंदगी व अव्यवस्था के बीच रहना पडा ग्राम प्रधान प्रतिनिधि कुबेर सिंह ने खंड शिक्षा अधिकारी अनिल सिंह को मामले की शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है।

 

मामले में हेड मास्टर राजेश सिंह का कहना है तीन दिन से विद्यालय बंद था, ऐसे में ग्रामीणों द्वारा ताला तोड़कर भोज कार्यक्रम कराया गया है।

 

मानसी साहू को बनाया एक दिन की प्रधानाध्यापिका

संवाद सूत्र, सिराथू। मिशन शक्ति के पांचवें फेज के अंतर्गत कड़ा ब्लाक के कंपाेजिट विद्यालय भड़ेहरी में सोमवार को बालिका सुरक्षा व सशक्तीकरण के विषय पर चर्चा की गई। इस दौरान कक्षा आठ में पढ़ने वाली छात्रा मानसी साहू को एक दिन के लिए प्रधानाध्यापक बनाया गया। स्कूल के शिक्षकों द्वारा माला पहनाकर छात्रा को सम्मानित किया गया। साथ ही उपहार भेंट किया।

 

प्रधानाध्यापिका बनने के बाद छात्रा ने विद्यालय की कक्षाओं में जाकर शिक्षण व्यवस्था, साफ-सफाई का निरीक्षण करने के साथ ही स्कूल में बने मध्यान्ह भोजन में रोटी सब्जी खाकर गुणवत्ता की जांच की। संतोषजनक मिलने पर शिक्षकों की सराहना की।

 

छात्रा ने खुशी जाहिर करते हुए भविष्य में शिक्षक बनकर समाज को शिक्षित करने की बात कही। प्रधानाध्यापक महेंद्र शुक्ला ने कहा कि ऐसे अवसर मिलने से छात्राओं में बौद्धिक क्षमता का विकास होता है। इसके साथ ही प्रशासनिक कार्यों के संचालन का अनुभव मिलता है।

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