School News: महिला टीचर ने क्लास में छात्रा को पीट-पीटकर किया बेहोश, कसूर सिर्फ इतना वह अध्यापिका से
हापड़ु जिले के थाना बाबूगढ़ छावनी स्थित एक स्कूल की अध्यापिका ने कक्षा सात की छात्रा को इतनी बेरहमी से पिटाई की कि वह बेहोश हो गई। पीड़िता का कसूर सिर्फ इतना था कि वह अध्यापिका से ट्यूशन नहीं पढ़ रही थी। परिवार की शिकायत के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। मामले में आगे की कार्रवाई जारी है।
हापुड़। थाना व कस्बा बाबूगढ़ छावनी स्थित एक स्कूल की अध्यापिका ने कक्षा सात की छात्रा को इतना पीटा कि वह बेहोश होकर फर्श पर गिर गई। किसी तरह छात्रा को होश में लाया गया। छात्रा का कसूर केवल इतना था कि वह अध्यापिका से ट्यूशन नहीं पढ़ रही थी।
उधर, मामले की शिकायत करने स्वजन स्कूल पहुंचे तो अध्यापिका के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए छात्रा का ही नाम काटने की धमकी दी गई। मामले में छात्रा के स्वजन ने थाने में तहरीर दी है।
ट्यूशन न पढ़ने को लेकर बेटी से रखती है रंजिश’
पुलिस में दी तहरीर में बाबूगढ़ छावनी नई बस्ती के फारुख अली ने बताया कि नाबालिग पुत्री उर्मिश क्षेत्र स्थित एक स्कूल में कक्षा सात में पढ़ती है। ट्यूशन न पढ़ने को लेकर स्कूल की एक अध्यापिका उसकी पुत्री से रंजिश रखती हैं।पिछले एक वर्ष से वह समय-समय पर पुत्री को प्रताड़ित करती आ रही हैं। अध्यापिका ने कुछ दिन पहले पुत्री के साथ मारपीट की थी। जिसमें पुत्री के अंगूठे की हड्डी टूट गई थी। मामले की शिकायत पीड़ित ने स्कूल में की थी।
मारपीट के दौरान छात्रा बेहोश
26 सितंबर को अध्यापिका ने पुत्री को बेरहमी से पीटा। मारपीट के दौरान पुत्री बेहोश हो गई। किसी तरह स्कूल के कर्मचारियों ने पुत्री को होश में लाया और अस्पताल ले गए।
जहां चिकित्सकों ने पुत्री का उपचार भी किया मामले की जानकारी पर पीड़ित शिकायत करने स्कूल में पहुंचा तो कर्मचारियों ने अध्यापिका के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए पुत्री का नाम काटने की धमकी दी।
मामले में शुक्रवार को पीड़ित थाने पहुंचा और तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। थाना बाबूगढ़ प्रभारी विजय गुप्ता ने बताया कि मामले में तहरीर मिली है। जांच की जा रही है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
टेस्ट के नंबर के हिसाब मिल रहा दंड
छात्रा ने बताया कि स्कूल में टेस्ट चल रहे हैं। टेस्ट में छह नंबर में से शून्य प्राप्त करने वाली छात्राओं से सौ-सौ उठक-बैठक लगवाई गई हैं। इसके अलावा छह में से जितने कम नंबर छात्राओं को मिले हैं उसके हिसाब से उठक-बैठक लगवाई गई हैं। छह में से छह नंबर प्राप्त करने वाली छात्राओं को छोड़ा गया। अध्यापिका ने छड़ी से उसके पैरों पर भी कई बार वार किया था। जिनके निशान
अभी भी मौजूद हैं।