स्कूल के बाहर बैठाया, खरी-खोटी सुनाई, फिर वीडियो बना कर दिया वायरल… छात्रों ने नहीं जमा की फीस तो प्रबंधक ने की बदसलूकी
सिद्धार्थनगर जिले में फीस ना जमा होने के चलते मासूम छात्र-छात्राओं को स्कूल से निकाल दिया गया. उन्हें स्कूल के बाहर गेट पर कड़ी धूप में बैठाए रखा गया. इतना ही नहीं उनका वीडियो भी बनाया गया और फीस भरने का दबाव बनाया गया
यूपी के सिद्धार्थनगर में हैरान करने वाला मामला सामने आया, जहां फीस ना जमा होने के चलते मासूम छात्र-छात्राओं को स्कूल से निकाल दिया गया. उन्हें स्कूल के बाहर गेट पर कड़ी धूप में बैठाए रखा गया. इतना ही नहीं उनका वीडियो भी बनाया गया और फीस भरने का दबाव बनाते हुए अपमानित किया गया. जैसे ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ हड़कंप मच गया. लोग आरोपी स्कूल प्रबंधक पर एक्शन की मांग करने लगे. फिलहाल, इस मामले में जिला विद्यालय निरीक्षक ने जांच के आदेश दिए हैं.
दरअसल, पूरा मामला इटवा तहसील क्षेत्र स्थित श्याम राजी हाई स्कूल का है, जहां के प्रबंधक शैलेंद्र कुमार द्वारा फीस ना जमा करने वाले बच्चों को धूप में स्कूल से बाहर निकालकर गेट के सामने बैठाकर वीडियो बनाया फिर उसे वायरल कर दिया. प्रबंधक ने एक बार भी यह नहीं सोचा कि उसकी इस हरकत से इन स्कूली बच्चों के मन में कितना बुरा प्रभाव पड़ेगा. वीडियो में बच्चे अपना चेहरा नीचे करके बैठे दिखाई दे रहे हैं.
वायरल वीडियो में प्रबंधक शैलेंद्र कुमार स्कूल के बाहर बैठे छात्र-छात्राओं से कहता है- आपके अभिभावकगणों को पहले ही सूचित किया गया था कि तब तक अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजिएगा ज़ब तक फीस जमा ना हो. लेकिन आप लोग मानने वाले नहीं हो. मुझे परेशान कर रहे हो. इसीलिए बिना फीस वाले बच्चों को स्कूल से बाहर निकाल रहा हूं. आज आखिरी बार मैं बड़े सख्त लहजे मे कह रहा हूं. अगर आपको बुरा लग रहा है तो इसके जिम्मेदार आप हैं, मैं नहीं. मेरे ऊपर बैंक का कर्ज है और आप लोग फीस नहीं दे रहे. ऐसे नहीं चल पाएगा.
जिनको अपने बच्चों को पढ़ाना है शौक से पढ़ाए मगर हर महीने की 15 तारीख तक फीस भर दे. अब मैं नियम बना रहा हूं कि फीस लेट होने पर रोज 5 रूपये फाइन भरना पड़ेगा. इस नियम के साथ जिनको अपने बच्चों को पढ़ाना है वह पढ़ाए नहीं तो बच्चे को घर बैठाए. ये सब दुख के साथ कह रहा हूं.
वहीं, इस मामले मे जिला विद्यालय निरीक्षक सोमारु प्रधान का कहना है कि वीडियो के बारे मे मुझे पता चला है. जिसमे लग रहा है कि स्कूल की फीस जमा ना करने के चलते प्रिंसिपल ने बच्चों को बाहर बैठाया है. अभी तक की जानकारी के अनुसार यह विद्यालय हमारे यहां से मान्यता प्राप्त नहीं है. हालांकि, इसकी जांच कराई जाएगी और उचित कार्यवाही की जाएगी.