गड़बड़ी करने वाले डीआईओएस रमेश सिंह निलंबित, हीलाहवाली की और मामले को छिपाने का आरोप
मऊ के जिला विद्यालय निरीक्षक रमेश सिंह को निलंबित कर दिया गया है। उन पर अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में अनियमित रूप से भर्ती किए गए 61 शिक्षकों व कर्मचारियों को अनियमित वेतन भुगतान करने का आरोप है। इसके अलावा उन पर उच्चाधिकारियों को सही तथ्य छिपाने और मामले को छिपाने का भी आरोप है। अब माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव भगवती सिंह जांच करेंगे।
लखनऊ। उच्चाधिकारियों से सही तथ्य छिपाकर गलत ढंग से भर्ती किए गए शिक्षकों व कर्मचारियों को अनियमित वेतन भुगतान किए जाने के मामले में मऊ के जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) रमेश सिंह को निलंबित कर दिया गया है।
यह गड़बड़ी उन्होंने बलिया में डीआईओएस रहते हुए की थी। मामला संज्ञान में आने के बाद आजमगढ़ मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक से जांच कराई गई और आरोप सही पाए जाने के बाद अब शुक्रवार को इनके निलंबन का आदेश जारी कर दिया गया।आरोप है कि बीते वर्ष अक्टूबर में बलिया के डीआईओएस के पद पर कार्यरत रहते हुए रमेश सिंह ने अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक स्कूलों में अनियमित रूप से संस्था द्वारा भर्ती किए गए 61 शिक्षकों व कर्मचारियों का अनियमित रूप से वेतन भुगतान किया।
यही नहीं चार संस्कृत एडेड माध्यमिक स्कूलों में गलत ढंग से नियुक्त 27 अध्यापक व कर्मचारियों को अनियमित ढंग से वेतन का भुगतान किया। इन्होंने उच्चाधिकारियों के द्वारा अभिलेख मांगे जाने पर हीलाहवाली की और मामले को छिपाया, जिसके कारण मामले में न्यायालय में माध्यमिक शिक्षा विभाग प्रभावी पैरवी नहीं कर सका।
इसके अलावा, राजकोष पर बेवजह का व्ययभार भी पड़ा। फिलहाल, अब इन्हें निलंबित कर माध्यमिक शिक्षा निदेशालय से संबद्ध कर दिया गया है। वहीं, इनके खिलाफ जांच कर अनुशासनिक कार्रवाई करने के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव भगवती सिंह को जांच अधिकारी बनाया गया है।